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Thursday, 21 December 2017

IAS और PCS में सलेक्शन के लिए Notes कैसे बनाएं? प्रैक्टिकल उपाय

नोट्स सफलता का पहला मंत्र है. अगर आपके नोट्स स्तरहीन हैं तो सफलता के चांसेज बहुत कम हो जाते हैं. लेकिन अगर आपके नोट्स स्तरीय हैं तो सफलता के चांसेज बढ़ जाते हैं. तो सवाल ये है कि एक स्तरीय नोट्स कैसे बनाएं? एक अच्छे नोट्स की क्या-क्या खासियत होनी चाहिए? आप नोट्स में ऐसा क्या लिखें जो आपको सफलता की ओर ले चले? आज हम आपको बिन्दुवार कुछ ऐसी गुढ़ बाते बताएंगे जिसे अपनाकर आप अपने नोट्स को स्तरीय बना सकते हैं. लेकिन उससे पहले नोट्स को लेकर कुछ गलत धारणाओं को समझना जरूरी है. तो आइए पहले समझते हैं नोट्स क्या नहीं है?
1-किताबों के अहम बिन्दुओं को सिर्फ कॉपी में नोट करना नोट्स नहीं है.
2-पांच-छह लोगों के नोट्स लेकर उसमें से अहम बातों को छांटना नोट्स नहीं है.
3-पूरी किताब को कॉपी में लिख लेना नोट्स नहीं है.
4-हर बिन्दुओं पर पांच-छह किताबों से प्वाइंट निकालकर लिखना नोट्स नहीं है.
तो सवाल ये है कि नोट्स क्या है? चलिए आपको बताते हैं कि नोट्स क्या है? नोट्स को कैसे बनाना चाहिए? नोट्स बनाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
दोस्तों किसी भी विषय पर नोट्स बनाने से पहले आपको ये तय करना होगा कि आप किस परीक्षा के लिए नोट्स बना रहे हैं. हम यहां पर आईएएस परीक्षा के लिए नोट्स बनाने की चर्चा कर रहे हैं. तो हम फोकस उसी पर करेंगे. आप बाकि परीक्षाओं के लिए भी इसी मैथेड से नोट्स बना सकते हैं.

मान लीजिए आप आधुनिक इतिहास विषय के लिए नोट्स बना रहे हैं। तो सबसे पहले आपके पास तीन चीज होनी जरूरी है. 
1-आधुनिक इतिहास का सलेबेस.
2-पिछले 10 साल का अनसॉल्व पेपर.
3-इतिहास की एक बेसिक किताब. ये किताब NCERT भी हो सकती है.

अगर आपको स्तरीय नोट्स बनाना है तो सबसे पहले आप आधुनिक इतिहास के सलेबस को कम से कम 2-3 बार पढ़ डालिए. फिर इसके बाद अनसॉल्व पेपर को लीजिए. कोशिश कीजिए अगर ऐसा अनसॉल्व पेपर मिल जाए जिसमें शीर्षक वाइज सवालों को छांटा गया है तो बहुत अच्छा होगा. इसके लिए यूथ प्रकाशन, घटनाचक्र प्रकाशन, अरिहंत प्रकाश से लेकर कई प्रकाशनों का सॉल्व आता है आप उसे भी ले सकते हैं.

इसके बाद आप सलेबस के हिसाब से देखिए कि किस टॉपिक से कितने सवाल पूछे जा रहे हैं? किस तरह के सवाल आ रहे हैं? सवालों की प्रकृति कैसे साल-दर-साल बदल रही है? इसे समझने के बाद आप बेसिक किताब उठाइए और उसे पहली बार में सरसरी निगाह से पढ़ डालिए. चाहे कुछ समझ में आये चाहे ना आए.

इसके बाद आप एक बार फिर सलेबेस देखिए और शीर्षक वाइज सवालों को पढ़िए. आपको समझ में आने लगेगा कि जो सवाल पूछे जा रहे हैं वो किताब में कहां पर हैं. अब फिर से बेसिक बुक पर जाइए और उसका गहन अध्ययन शुरू कीजिए. साथ में मार्कर या फिर हाईलाइट जरूर रखें. जैसे ही आपको लगे कि इस जगह से परीक्षा में सवाल आ रहे हैं उसे मार्क कर लें. इस एक्सर्साइज में थोड़ा वक्त लगेगा. लगने दें. क्योंकि इससे आपका किसी भी विषय पर बेसिक ज्ञान मजबूत होगा. ये आपके मजबूत बुनियाद की पहली ईंट है.

किताब पढ़ने के बाद आप सलेबेस और अनसॉल्व के सवालों को फिर से देखें. आपको अब समझ में आ जाएगा कि सलेबस में बहुत से ऐसे टॉपिक हैं जिससे परीक्षा में बहुत कम सवाल पूछे जाते हैं. और कुछ टॉपिक ऐसे होते हैं जिससे सबसे ज्यादा. अब आपको इन टॉपिको को अलग-अलग छांटकर लिखना है.

अब आप फिर से अपने बेसिक बुक पर जाइए और सवाल के हिसाब से देखिए किस टॉपिक से कितने सवाल आए हैं. जिस टॉपिक से ज्यादा सवाल आएं हैं उसे पहले तैयार कीजिए. सवाल के जवाब ही आपके नोट्स हैं. अब आपको करना ये है कि किसी भी सवाल को आप अलग-अलग तरीके से खुद बनाइए और उसका जवाब बेसिक किताब में ढूढ़िये. जैसे ही जवाब मिले उसे कॉपी में लिख लें. हो सके तो नोट्स में सवाल को भी लिखते चलें. क्योंकि इस टॉपिक से सवाल आ रहे हैं मतलब कमीशन चाहता है कि आपकी इस टॉपिक पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए. और इस टॉपिक से परीक्षा में सवाल आने के चांसेज भी ज्यादा हैं. जो टॉपिक कम महत्वपूर्ण लग रहे हैं उस पर ज्यादा वक्त ना लगाएं. क्योंकि अगर इस टॉपिक से सवाल आएगा तो सिर्फ आप नहीं बाकि प्रतियोगी छात्रों को भी दिक्कत होगी. सफल वही होता है जो कॉमन सवालों को गलत नहीं करता है. विशेष के चक्कर में रहेंगे तो कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे.

अब आपको समझ में आएगा कि बहुत से ऐसे सवाल हैं जिसका आपके बेसिक किताब में जवाब नहीं हैं. तब आप दूसरी किताब की मदद लें. ध्यान दें मदद स्तरीय किताब से लें ना कि बाजार में मिलनेवाली किसी गाइड से. और इस बात पर जरूर ध्यान दें कि आपको दूसरी किताब पूरी नहीं पढ़नी हैं. सिर्फ उतना ही पढ़ना है और उसे अपने नोट्स में शामिल करना है जिसका जवाब आपको अपनी बेसिक किताब में नहीं मिला है.

एक बात हमेशा ध्यान में रखें आपके नोट्स में हर टॉपिक के साथ कम से कम 5 पन्ने प्लेन होने चाहिए. क्योंकि जैसे-जैसे आपके पढ़ाई का स्तर बढ़ेगा आपको इस टॉपिक से जुड़े नए-नए फैक्ट मिलेंगे. जैसे ही कोई नया फैक्ट मिले उसे फौरन अपने नोट्स में जोड़ लीजिए. इसलिए सलाह यही दी जाती है कि नोट्स हमेशा A-4 साइज की प्लेन शीट पर बनाएं. क्योंकि जैसे-जैसे कोई फैक्ट आपको मिले आप जरूरत के हिसाब से शीट बढ़ा सकें. अगर आपको इस टॉपिक से जुडा कोई ड्राइग्राम या फिर फीगर मिलता है तो आप उसे सीधा फोटो कॉपी कराकर नोट्स में एड कर लीजिए.

इस छोटी-सी एक्सरसाइज से आप एक स्तरीय नोट्स बना सकते हैं. फिर आपको बेवजह की 10 किताबें पढ़ने की जरूरत नहीं होगी. एक बार मेहनत करके आप एक ऐसा नोट्स तैयार कर लेंगे जो हमेशा आपके काम आएगा. लेकिन हां, एक बात का ध्यान रखें बीच-बीच में आपको अपनी बेसिक किताब को पढ़ते रहना चाहिए. क्योंकि ये अनुभव रहा है कि आप एक ही किताब को जितनी बार पढ़ेंगे आपको नई चीज मिलेगी. आपका कांसेप्ट क्लियर होगा. फालतू की और ज्यादा से ज्यादा किताबों को पढ़ने से बचें। क्योंकि मोर स्टडी, मोर कंफ्यूजन वाली कहावत तो आपको पता ही होगी.

अगर आपको हमारी ये टिप्स पसंद आई तो इसे ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर शेयर करें. क्योंकि बहुत-से ऐसे प्रतियोगी छात्र और छात्राएं हैं जो इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि वो नोट्स कैसे बनाएं?  

Monday, 28 August 2017

IAS, PCS और SSC के लिए कोचिंग के नोट्स यहां से DOWNLOAD करें

दोस्तों आपकी मदद के लिए हम यहां पर कई मशहूर कोचिंग के नोट्स पीडीएफ (Coaching Notes in PDF) फॉर्म में दे रहे हैं। आपको जिस भी नोट्स की जरूर है आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके उसे डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे अगर आपको Vision IAS कोचिंग का नोट्स डाउनलोड करना है तो आप उस लिंक पर सिर्फ क्लिक कीजिए आप सीधे पीडीएफ नोट्स के लिंक पर पहुंच जाएंगे। अापको कोई कंफ्यूजन ना हो इसलिए हमने डाउनलोड लिंक को पीले कलर से हाइलाइट भी कर लिया है। यहां से आपको जो भी नोट्स चाहिए उसे डाउनलोड कर लीजिए।

FOR FREE DOWNLOAD NOTES, CLICK BELOW LINKS...
(फ्री में नोट्स प्राप्त करने के लिए नीचे दिए लिंक्स पर क्लिक करें)

VISION IAS MAINS NOTES PDF FILES

SRIRAM IAS PRELIM AND MAINS NOTES

VISION IAS PRELIM 2018 TEST SERIES

VISION IAS MAINS 2017 TEST SERIES

INSIGHT IAS PRELIM 2018 TEST SERIES

INSIGHTS IAS MAINS 2017 TEST SERIES

दोस्तों आपसे गुजारिश है कि सिर्फ इन नोट्स को डाउनलोड ही ना करें बल्कि पढ़ें भी। और अगर संभव हो तो इन्हें पढ़कर संक्षिप्त में अपने खुद के नोट्स भी बना लें। क्योंकि डिजिटल युग में किसी भी परीक्षा के लिए मैटेरियल की कमी नहीं है लेकिन उस मैटेरियल को यूज कैसे करें ये बहुत कम लोगों को आता है। लिहाजा उम्मीद है कि आप ना सिर्फ नोट्स को डाउनलोड करेंगे बल्कि इसमें से काम की चीज भी निकालेंगे। 

Wednesday, 1 March 2017

इतिहास के इस Topic से जरुर आते हैं सवाल, जरुर तैयार कर लें

Ancient History Notes in Hindi. भारतीय इतिहास  (प्राचीन भारतीय इतिहास)


 भारत के प्राचीन इतिहास को समझने के लिए सबसे पहले हम इसे तीन कालखंडों में बांटते हैं.
1-प्रागैतिहासिक काल
2-आद्य ऐतिहासिक काल
3-पूर्ण ऐतिहासिक काल

Ø  प्रागैतिहासिक काल में उन संस्कृतियों का अध्ययन करते हैं जिसका संबंध पाषाण संस्कृतियों से है. (इस काल में मिलने वाली चीजें पत्थरों से बनी हैं).
Ø  आद्य ऐतिहासिक काल में हड़प्पा सभ्यता और ऋग्वैदिक सभ्यता आती हैं.
Ø  पूर्ण ऐतिहासिक काल की शुरुआत मौर्य काल से माना जाता है.


प्राचीन भारत के इतिहास को समझने के नजरिये से इस तरह से बांट सकते हैं-
1-प्रागैतिहासिक काल
2-सिन्धु घाटी की सभ्यता
3-वैदिक संस्कृति
4-संगम काल
5-प्राचीन भारतीय धर्म और दर्शन
6-मौर्य साम्राज्य
7- मौर्योत्तर काल (शुंग वंश, भारत पर विदेशी आक्रमण, पहलव वंश व कुषाण वंश)
8-गुप्तकाल
9-गुप्तोत्तर काल
10-राजपूत काल (भारतीय उप महाद्वीप पर अरबों का अक्रमण और भारत पर तुर्क आक्रमण)

पुरातत्व और प्रागैतिहासिक काल

मानव सभ्यता के नजरिये से प्रागैतिहासिक (Pre-History Age) को सबसे आरंभिक काल माना जाता है. इतिहास के इस कालखंड को अध्ययन के लिहाज से तीन भागों में बांटा गया है.
1-पुरा पाषाण काल (Palaeolithic Age)
2-मध्य पाषाण काल (Mesolithic Age)
3- नव पाषाण काल (Neolithic Age)

  • नवपाषाण काल के अंतिम चरण में इंसान ने धातुओं का प्रयोग शुरु किया. इंसान ने जिस धातु का सबसे पहले इस्तेमाल शुरु किया वो तांबा था.
  • जिस काल में इंसान ने पत्थर के साथ-साथ तांबे के औजारों का इस्तेमाल किया उसे ताम्र-प्रस्तर कहा जाता है. इसका मतलब है वो काल जिसमें पत्थर व तांबे के उपयोग की जानकारी मिलती है.
इस Topic से परीक्षा में आए हुए प्रश्न

  • कैलिग्राफी सुलेखन को कहते हैं. (Stenographer Gread-C-1999)
  • पुरालेख विद्या का मतलब शिलालेख के अध्ययन से लिया जाता है. (C.P.O Exam-2003)
  • प्रस्तर युग में कुत्ता एक घरेलू पशु था. (Stenographer Gread-C Exam-1998)
  • पुरा पाषाण काल को मानव अस्तित्व का प्रारंभिक काल माना जाता है. (MTS EXAM-2013)
Point wise Important Facts:-


  • पुरालेखशास्त्र को एपिग्राफी कहते हैं, इसके अंतर्गत शिलालेख का अध्ययन करते  हैं.
  • पुरालिपिशास्त्र को पेलियोग्राफी कहते हैं इसके अंतर्गत प्राचीन लिपि का अध्ययन किया जाता है.
  • सुलेखन की कला को कैलिग्राफी कहते हैं. मुहम्मद बिन तुगलक इतिहास में सुदंर हस्तलेख के लिए प्रसिद्ध है.
  • निम्म पुरापाषाण काल के प्रमुख स्थलों में कश्मीर, बेलन घाटी के अंतर्गत मीरजापुर (Uttar Pradesh), भीमबेटका (Madhya Pradesh).
  • मध्यपुरा पाषाण काल के मुख्य स्थल हैं- मीरजापुर (उत्तर प्रदेश), नेवासा (महाराष्ट्र), ओडिशा.
  • मध्यपुरा पाषाण काल को Flake Culture भी कहते हैं.
  • सबसे पुरानी चित्रकारी के प्रमाण उच्च पुरा पाषाण काल के दौरान भीमबेटका से मिलते हैं. गुफा शैल चित्रकारी के लिए भीमबेटका मशहूर है.
  • मध्य पाषाण काल में आदमगढ़ और बागोर से पशुपालन के सबसे पुराने प्रमाण मिले हैं.
  • विश्व और भारतीय उप-महाद्वीप में चावल का सबसे प्राचीनतम प्रमाण नव पाषाणकाल (6000 ईसा पूर्व) में कोल्डिहवा (उत्तर प्रदेश) से मिलता है. 
  • कृषि का सर्वप्रथम साक्ष्य मेहरमढ़ से मिलता है.
  • सराय नाहर राय से मध्य पाषाणिक काल में पशुपालन के साक्ष्य मिलते हैं.
NOTES:-दोस्तों अगर आपको हमारा ये प्रयास अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरुर करें. हर एक शेयर हमारा हौसला बढ़ाता है और हम इससे भी अच्छी अध्ययन सामग्री आप तक पहुंचाने के लिए प्रेरित होते हैं.

Wednesday, 7 December 2016

इतिहास के इस हिस्से से बार-बार आते हैं सवाल, डाउनलोड करें नोट्स

सिविल सर्विसेज परीक्षा हो या फिर कोई भी एग्जाम. हर परीक्षा में इतिहास के स्वतंत्रता संग्राम वाले भाग से सवाल आना तय होते हैं. सलेक्टेड लोगों का मानना है कि अगर आप इस हिस्से को एक बार कायदे से तैयार कर लें तो आपके सेलेक्सन के चांसेज बढ़ जाते हैं.


आपकी सहुलियत के लिए हम वक्त-वक्त पर इस हिस्से से जुड़े नोट्स उपलब्ध कराते रहते हैं.

Saturday, 1 October 2016

दिल्ली के मुखर्जीनगर की 'ध्येय कोचिंग' का नोट्स यहां से डाउनलोड करें

दोस्तों, उम्मीद होगी आपकी तैयारी अच्छी चल रही होगी. आपकी मदद के लिए www.bookmynotes.com की टीम आपको तैयारी के लिए मार्ग दर्शन और नोट्स उपलब्ध कराने की लगातार कोशिश कर रही है. अभी हमने कई सफल लोगों के नोट्स आपको उपलब्ध कराए हैं. हमारा मकसद साफ है कि ज्ञान को बेचने वाले लोगों से उन लोगों को मुक्ति दिलाना जो वाकई में प़ढ़ना चाहते है.

Sunday, 18 September 2016

सेलेक्शन के लिए जयति जी के 28 पेज के इस नोट्स को जरुर पढ़ें

दोस्तों, प्रतियोगी परीक्षाओंं में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े प्रश्न आना हर एक्जाम तय होते हैं. अगर यूपीपीसीएस परीक्षा की बात करें तो यहां भी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े प्रश्न जरुर आते हैं.

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