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Tuesday, 9 January 2018

प्रतियोगिता दर्पण जनवरी से दिसंबर 2017 तक की PDF में डाउनलोड करें

NOTE:-अगर आप सरकारी नौकरी से जुड़ी जानकारी से लागातर अपडेट होना चाहते हैं तो नीचे की ओर दिख रहे बेल आईकन को क्लिक कर इसे अलॉउ कर दें। इसके बाद आपको स्टडी मैटेरियल और तैयारी से जुड़े टिप्स अपने आप मिलते रहेंगे। जैसे ही कुछ नया होगा आपको अपने आप सूचना मिल जाएगी।

प्रतियोगी छात्रों के बीच प्रतियोगिता दर्पण मैग्जिन सबसे लोकप्रिय है। सालों नहीं बल्कि दशकों से ये मैग्जिन कंपटिशन की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए तैयारी का बड़ा माध्यम रही है। इस मैग्जिन की सबसे बड़ी खासियत ये है कि एक मैग्जिन में आपको तकरीबन सभी प्रतियोगी परीक्षा से जुड़े स्टडी मैटेरियल मिल जाते हैं।


प्रतियोगी परीक्षा में सफल कैंडिडेट्स का मानना है कि अगर आप पिछले एक साल की प्रतियोगिता दर्पण का गंभीरता पूर्वक अध्ययन  कर लें और अपने खुद के नोट्स बना लें तो प्रतियोगी परीक्षा में करेंट अफेयर्स से जुड़े 95 फीसदी सवाल हल कर सकते हैं। निश्चिततौर पर अगर ये मैग्जिन इतनी महत्वपूर्ण है तो आपके पास इसका सालभर का कलेक्शन होना चाहिए। हमारी सलाह तो ये है कि आप इस मैग्जिन को हर महीने जरूर खरीदें। अगर अकेले खरीदने की क्षमता नहीं तो फिर दो तीन छात्र मिलकर खरीदें और इससे अपना नोट्स बना लें।

लेकिन अगर आपको लग रहा है कि अाप लेट हो गए हैं और आपके पास पुराना कलेक्शन नहीं है तो आप नीचे दिए Link से पिछले साल भर की मैग्जीन (जनवरी 2017 से दिसंबर 2017) तक डाउनलोड कर सकते हैं। और इससे अपना नोट्स बनाकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। लेकिन एक बार हम फिर सलाह देंगे कि हो सके तो अगर आप इसकी हार्ड कॉपी ही खरीदें। क्योंकि हार्ड कॉपी से ना सिर्फ पढ़ने में सहुलियत होती है बल्कि प्रकाशक भी उसकी लागत मिल जाती है। वर्ना कोई समाज सेवा करने के लिए थोड़े ही मैग्जीन निकाल रहा है।
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जनवरी 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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फरवरी 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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मार्च 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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अप्रैल 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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मई 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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जून 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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जुलाई 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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अगस्त 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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सितंबर 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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अक्टूबर 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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नवंबर 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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दिसंबर 2017 की प्रतियोगिता दर्पण PDF फॉर्मेट में Download करने के लिए यहां पर CLICK करें।
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Disclaimer:-
प्रस्तुत प्रतियोगिता दर्पण मैग्जिन का PDF लिंक www.bookmynotes.com ने तैयार नहीं किया है। ये Link इंटरनेट पर जगह-जगह उपलब्ध है जिसे सिर्फ एक जगह एकत्रित कर छात्रों की मदद के लिए एक मंच पर पेश किया गया है। अगर किसी को इस पर आपत्ति है तो वो bookmnotes@gmail.com पर मेल कर आपत्ति दर्ज कर सकता है। सही आपत्ति होने पर साइट से इस Link को हटा दिया जाएगा।
धन्यवाद
www.bookmynotes.com

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Thursday, 28 December 2017

Clone क्या है? क्या आप क्लोनिंग के बारे में जानते हैं? पूरा कांसेप्ट करें क्लियर

क्लोन (Clone in Hindi)
यदि दो अलग-अलग कोशिकाओं की जींस रचना परस्पर बिल्कुल समान हो तो इनके गुणों में भी समानता होती है. अतः ये कोशिकाएं आपस में क्लोन कहलाती हैं. इसी प्रकार दो अलग-अलग जीवों की जींस रचना समान होने पर इन्हें भी परस्पर क्लोन कहा जाता है. क्लोन विकसित करने की तकनीक क्लोनिंग कहलाती है.
Question:-

किसी पौधे का क्लोन विकसित करने के लिए उसी पौधे के किस भाग से कोशिका लेनी पड़ेगा-
(A)- भ्रूण (Embryo)
(B)- भ्रूण पोष (endosperm)
(C)- बीज
(D) इनमें से कोई नहीं.

ANSWER-(D)

स्पष्टीकरणः-
Ø  उपरोक्त प्रश्न में सभी अवस्थायें युग्मक कोशिकाओं के निषेचन के फलस्वरूप उत्पन्न होती हैं. अतः क्रासिंग ओवर के कारण उनके जींस में बदलाव आ जाता है. अतः किसी पौधे का क्लोन विकसित करने के लिए उसके कायिक भागों या सोमेटिक भाग जैसे-जड़, तना, इत्यादि से कोशिका लेनी पड़ेगी.
Ø  डॉली भेड़ के क्लोनिंग प्रकरण में (डॉली नाम जर्मन गायिका का है) वैज्ञानिक द्वारा इसके माता भेड़ से थन कोशिका (कायिक या Somatic) तथा दूसरी अंडाणु कोशिका (युग्मक) ली गई, परन्तु अंडाणु कोशिका के जींस को थन कोशिका के जींस से प्रतिस्थापित कर दिया गया.

Question:-
निम्नलिखित में किसे परस्पर क्लोन माना जा सकता हैः-
(A) भातृ जुड़वा
(B) समरूप जुड़वा
(C) स्यामीज जुड़वा
(D) इनमें से कोई नहीं.

ANSWER-(D)
स्पष्टीकरणः-
Ø  भातृ-जुड़वा एक ही समय पर निर्मित दो अलग-अलग जाइगोट से विकसित होते हैं, अतः इनके जींस में भिन्नता आ जाती है.
Ø  समरूप जुड़वा एक ही जाइगोट के विभाजन से व्युत्पन्न होते हैं, अतः इनके जींस में समानता होती है.
Ø  समरूप जुड़वा के अंतर्गत परस्पर जुड़े हुए संताने स्यामीज जुड़वा कहलाती है.
Ø  मनुष्य में प्राकृतिक निषेचन फैलिपियोन नलिका के समीपस्थ भागों में होता है. इसी भाग में प्रारंभिक भ्रूणीय विकास शुरू हो जाता है, जबकि अंतिम भ्रूणीय विकास गर्भाशय में होता है, जबकि परखनखी शिशु या Test Tube Baby में निषेचन शरीर के बाहर (प्रायः परखनली में) होता है, जबकि भ्रूणीय विकास शरीर के अंदर होता है.

v  आजकल कृत्रिम निषेचन की अनेक विधियां बनायी जाती है. जैसे-
1-G.I.F.T (Gamete Intra Fallopian Tramps)
इसमें युग्मक कोशिकाओं को फैलोपियन नलिका में स्थान्तरित किया जाता है.
2-Z.I.F.T (Zaigot Intra Fallopian Transer)
इसमें बाहर से निर्मित जाइगोट, सीधे फैलोपियन नलिका में स्थान्तरित किया जाता है.
3-I.C.S.I (Intra Cytoplasmic Sperm Injection)-
इसमें शुक्राणु कोशिका सीरिन्ज में लेकर अंडाणु कोशिका में कोषा द्रव्य में सीधे अंतरविष्ट करा दिया जाता है.

Question:-
किसी भी प्राणी में माइट्रोकांड्रिया के जिन्स वित्पुन्न होते हैः-
(A) पिता से
(B) माता से
(C) दोनों से
(D) किसी से नहीं.

ANSWER-(D)

स्पष्टीकरणः-
चूंकि निषेचन प्रक्रिया में अंडाणु कोशिका पूर्णरूपेण भाग लेती है, जबकि शुक्राणु कोशिका का केवल केंद्रक युक्त सिर भाग ही निषेचन में सफल हो पाता है. अतः माइट्रोकांड्रिया शुक्राणु के मध्य भाग में स्थित होने के कारण यह निषेचन से बाहर रह जाती है.

स्टेम सेल (Stem Cell)
मनुष्य में शुक्राणु तथा अंडाणु के निषेचन से एक कोशिकीय जाइगोट की रचना बनती है जो भ्रूणीय विकास (विदलन प्रक्रिया) के माध्यम से क्रमशः मारुला, ब्लास्टुला (ब्लास्टोसिस्ट) तथा गैस्टुला की अवस्थाएं विकसित करता है. भ्रूण के प्रारंभिक दशा में इसकी कुछ मौलिक कोशिकाएं भिन्न अंगों को विकसित करने के लिए विशिष्टिकृत हो जाती हैं जो स्टेम कोशिकाएं कहलाती हैं. मनुष्य में ये कोशिकाएं ब्लास्टोसिस अवस्था से प्राप्त हो सकती हैं. इन स्टेम कोशिकाओं में विभाजित एवं पुनरूद्धभवन के द्वारा ये प्रयोगशाला में विशिष्ट अंगों को विकसित करने में समर्थ हो जाती हैं. स्टेम कोशिकाओं की सहायता से कैंसरग्रस्त अंगों का जैव रासायनिक नियंत्रणएटोप्टॉसिसकहलाता है.

Wednesday, 27 December 2017

DELHI VISION IAS कोचिंग के NOTES की नई किस्त आ गई है, Download करें

पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए Vision IAS के Notes को प्रमाणिक माना जा सकता है। आप नीचे दिए गए लिंक के जरिए विजन आईएएस कोचिंग के नोट्स हिन्दी और अंग्रेजी दोनों माध्यम में डाउनलोड कर सकते हैं। आपकी सहुलियत के लिए हिन्दी और अंग्रेजी के नोट्स के लिए अलग-अलग टैब दिए गये हैं। आपको जो भी नोट्स चाहिए उस लिंक पर क्लिक या फिर टच करके डाउनलोड कर सकते हैं।

नोट्स डाउनलोड करने से पहले हमारी एक सलाह जरुर अमल में लाएं। आप इस नोट्स को सिर्फ एक सप्लिमेंट की तरह ही प्रयोग करें। इस पर पूरी तरह से निर्भर ना हो जाएं। हम पहले भी बता चुके हैं कि किसी भी परीक्षा में कामयाबी के लिए अपने नोट्स पर ही भरोसा करें। अगर आप जानना चाहते हैं कि सफल होने के लिए नोट्स कैसे बनाए तो आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
आप से ये छोटी से गुजारिश है कि विजन आईएएस नोट्स को डाउनलोड करने से पहले इस लेख को जरूर पढ़ लें। लेख पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें। (मोबाइल पर अगर आर्टिकिल पढ़ रहे हैं तो टच करें)


IAS और PCS में सलेक्शन के लिए Notes कैसे बनाएं? प्रैक्टिकल Tips

विज़न आईएएस कोचिंग के नोट्स डाउनलोड करने के लिए ऩीचे दिए लिंक पर क्लिक या टच करें।

CURRENT AFFAIRS MATERIAL-2017 (ENGLISH/HINDI)

Thursday, 21 December 2017

IAS और PCS में सलेक्शन के लिए Notes कैसे बनाएं? प्रैक्टिकल उपाय

नोट्स सफलता का पहला मंत्र है. अगर आपके नोट्स स्तरहीन हैं तो सफलता के चांसेज बहुत कम हो जाते हैं. लेकिन अगर आपके नोट्स स्तरीय हैं तो सफलता के चांसेज बढ़ जाते हैं. तो सवाल ये है कि एक स्तरीय नोट्स कैसे बनाएं? एक अच्छे नोट्स की क्या-क्या खासियत होनी चाहिए? आप नोट्स में ऐसा क्या लिखें जो आपको सफलता की ओर ले चले? आज हम आपको बिन्दुवार कुछ ऐसी गुढ़ बाते बताएंगे जिसे अपनाकर आप अपने नोट्स को स्तरीय बना सकते हैं. लेकिन उससे पहले नोट्स को लेकर कुछ गलत धारणाओं को समझना जरूरी है. तो आइए पहले समझते हैं नोट्स क्या नहीं है?
1-किताबों के अहम बिन्दुओं को सिर्फ कॉपी में नोट करना नोट्स नहीं है.
2-पांच-छह लोगों के नोट्स लेकर उसमें से अहम बातों को छांटना नोट्स नहीं है.
3-पूरी किताब को कॉपी में लिख लेना नोट्स नहीं है.
4-हर बिन्दुओं पर पांच-छह किताबों से प्वाइंट निकालकर लिखना नोट्स नहीं है.
तो सवाल ये है कि नोट्स क्या है? चलिए आपको बताते हैं कि नोट्स क्या है? नोट्स को कैसे बनाना चाहिए? नोट्स बनाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
दोस्तों किसी भी विषय पर नोट्स बनाने से पहले आपको ये तय करना होगा कि आप किस परीक्षा के लिए नोट्स बना रहे हैं. हम यहां पर आईएएस परीक्षा के लिए नोट्स बनाने की चर्चा कर रहे हैं. तो हम फोकस उसी पर करेंगे. आप बाकि परीक्षाओं के लिए भी इसी मैथेड से नोट्स बना सकते हैं.

मान लीजिए आप आधुनिक इतिहास विषय के लिए नोट्स बना रहे हैं। तो सबसे पहले आपके पास तीन चीज होनी जरूरी है. 
1-आधुनिक इतिहास का सलेबेस.
2-पिछले 10 साल का अनसॉल्व पेपर.
3-इतिहास की एक बेसिक किताब. ये किताब NCERT भी हो सकती है.

अगर आपको स्तरीय नोट्स बनाना है तो सबसे पहले आप आधुनिक इतिहास के सलेबस को कम से कम 2-3 बार पढ़ डालिए. फिर इसके बाद अनसॉल्व पेपर को लीजिए. कोशिश कीजिए अगर ऐसा अनसॉल्व पेपर मिल जाए जिसमें शीर्षक वाइज सवालों को छांटा गया है तो बहुत अच्छा होगा. इसके लिए यूथ प्रकाशन, घटनाचक्र प्रकाशन, अरिहंत प्रकाश से लेकर कई प्रकाशनों का सॉल्व आता है आप उसे भी ले सकते हैं.

इसके बाद आप सलेबस के हिसाब से देखिए कि किस टॉपिक से कितने सवाल पूछे जा रहे हैं? किस तरह के सवाल आ रहे हैं? सवालों की प्रकृति कैसे साल-दर-साल बदल रही है? इसे समझने के बाद आप बेसिक किताब उठाइए और उसे पहली बार में सरसरी निगाह से पढ़ डालिए. चाहे कुछ समझ में आये चाहे ना आए.

इसके बाद आप एक बार फिर सलेबेस देखिए और शीर्षक वाइज सवालों को पढ़िए. आपको समझ में आने लगेगा कि जो सवाल पूछे जा रहे हैं वो किताब में कहां पर हैं. अब फिर से बेसिक बुक पर जाइए और उसका गहन अध्ययन शुरू कीजिए. साथ में मार्कर या फिर हाईलाइट जरूर रखें. जैसे ही आपको लगे कि इस जगह से परीक्षा में सवाल आ रहे हैं उसे मार्क कर लें. इस एक्सर्साइज में थोड़ा वक्त लगेगा. लगने दें. क्योंकि इससे आपका किसी भी विषय पर बेसिक ज्ञान मजबूत होगा. ये आपके मजबूत बुनियाद की पहली ईंट है.

किताब पढ़ने के बाद आप सलेबेस और अनसॉल्व के सवालों को फिर से देखें. आपको अब समझ में आ जाएगा कि सलेबस में बहुत से ऐसे टॉपिक हैं जिससे परीक्षा में बहुत कम सवाल पूछे जाते हैं. और कुछ टॉपिक ऐसे होते हैं जिससे सबसे ज्यादा. अब आपको इन टॉपिको को अलग-अलग छांटकर लिखना है.

अब आप फिर से अपने बेसिक बुक पर जाइए और सवाल के हिसाब से देखिए किस टॉपिक से कितने सवाल आए हैं. जिस टॉपिक से ज्यादा सवाल आएं हैं उसे पहले तैयार कीजिए. सवाल के जवाब ही आपके नोट्स हैं. अब आपको करना ये है कि किसी भी सवाल को आप अलग-अलग तरीके से खुद बनाइए और उसका जवाब बेसिक किताब में ढूढ़िये. जैसे ही जवाब मिले उसे कॉपी में लिख लें. हो सके तो नोट्स में सवाल को भी लिखते चलें. क्योंकि इस टॉपिक से सवाल आ रहे हैं मतलब कमीशन चाहता है कि आपकी इस टॉपिक पर अच्छी पकड़ होनी चाहिए. और इस टॉपिक से परीक्षा में सवाल आने के चांसेज भी ज्यादा हैं. जो टॉपिक कम महत्वपूर्ण लग रहे हैं उस पर ज्यादा वक्त ना लगाएं. क्योंकि अगर इस टॉपिक से सवाल आएगा तो सिर्फ आप नहीं बाकि प्रतियोगी छात्रों को भी दिक्कत होगी. सफल वही होता है जो कॉमन सवालों को गलत नहीं करता है. विशेष के चक्कर में रहेंगे तो कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे.

अब आपको समझ में आएगा कि बहुत से ऐसे सवाल हैं जिसका आपके बेसिक किताब में जवाब नहीं हैं. तब आप दूसरी किताब की मदद लें. ध्यान दें मदद स्तरीय किताब से लें ना कि बाजार में मिलनेवाली किसी गाइड से. और इस बात पर जरूर ध्यान दें कि आपको दूसरी किताब पूरी नहीं पढ़नी हैं. सिर्फ उतना ही पढ़ना है और उसे अपने नोट्स में शामिल करना है जिसका जवाब आपको अपनी बेसिक किताब में नहीं मिला है.

एक बात हमेशा ध्यान में रखें आपके नोट्स में हर टॉपिक के साथ कम से कम 5 पन्ने प्लेन होने चाहिए. क्योंकि जैसे-जैसे आपके पढ़ाई का स्तर बढ़ेगा आपको इस टॉपिक से जुड़े नए-नए फैक्ट मिलेंगे. जैसे ही कोई नया फैक्ट मिले उसे फौरन अपने नोट्स में जोड़ लीजिए. इसलिए सलाह यही दी जाती है कि नोट्स हमेशा A-4 साइज की प्लेन शीट पर बनाएं. क्योंकि जैसे-जैसे कोई फैक्ट आपको मिले आप जरूरत के हिसाब से शीट बढ़ा सकें. अगर आपको इस टॉपिक से जुडा कोई ड्राइग्राम या फिर फीगर मिलता है तो आप उसे सीधा फोटो कॉपी कराकर नोट्स में एड कर लीजिए.

इस छोटी-सी एक्सरसाइज से आप एक स्तरीय नोट्स बना सकते हैं. फिर आपको बेवजह की 10 किताबें पढ़ने की जरूरत नहीं होगी. एक बार मेहनत करके आप एक ऐसा नोट्स तैयार कर लेंगे जो हमेशा आपके काम आएगा. लेकिन हां, एक बात का ध्यान रखें बीच-बीच में आपको अपनी बेसिक किताब को पढ़ते रहना चाहिए. क्योंकि ये अनुभव रहा है कि आप एक ही किताब को जितनी बार पढ़ेंगे आपको नई चीज मिलेगी. आपका कांसेप्ट क्लियर होगा. फालतू की और ज्यादा से ज्यादा किताबों को पढ़ने से बचें। क्योंकि मोर स्टडी, मोर कंफ्यूजन वाली कहावत तो आपको पता ही होगी.

अगर आपको हमारी ये टिप्स पसंद आई तो इसे ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर शेयर करें. क्योंकि बहुत-से ऐसे प्रतियोगी छात्र और छात्राएं हैं जो इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि वो नोट्स कैसे बनाएं?  

Thursday, 31 August 2017

UP से जुड़े Current Affairs के सवालों का संकलन, UPPCS परीक्षाओं के लिए रामबाण

दोस्तों यूपी लोक सेवा आयोगी की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए उत्तर प्रदेश से जुड़े सवाल जरूर तैयार कर लेना चाहिए। क्योंकि प्रदेश से जुड़े करेंट अफेयर्स के सवाल हर परीक्षा में आते हैं। इसी उद्देश्य हम नीचे हाल-फिलहाल में यूपी में घटित उन अहम घटनाओं को प्रश्न और उत्तर के माध्यम से पेश कर रहे हैं जो आमागी परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। UP Current Affairs के इन सवालों को आप अच्छी तरह से तैयार कर लीजिए। इसमें से कुछ सवाल आपको जरूर पेपर में मिल सकते हैं। बस मुश्किल से आपको 5 मिनट का वक्त देना है और सभी प्रश्न आपको याद हो जाएंगे। 

प्रश्न-
सीएम योगी की अगुवाई में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में बिजली रोकने के लिए कितने पुलिस स्टेशनों के निर्माण की मंजूरी दी गई?
उत्तर-
कुल 75 थानों की मंजूरी दी गई

प्रश्न-
बिजली चोरी रोकने के लिए यूपी सरकार ने जो टोल फ्री नंबर जारी किया है वो क्या है?
उत्तर-
टोल फ्री नंबर है-- 1912

प्रश्न-
यूपी सरकार द्वारा बिजली चोरी करने के लिए चलाई गई योजना का नाम क्या है?
उत्तर-
योजना का नाम है-- सर्वदा योजना

प्रश्न-
बिजली बिल के भारी भुगतान को जमा नहीं करनेवालों के लिए किस योजना की शुरुआत की गई है?
उत्तर-
नेम एंड शेम योजना के तहत डिफाल्टर उपभोक्ताओं के नाम सार्वजनिक होंगे

प्रश्न-
आओ अंग्रेजी सीखें कार्यक्रम क्या है?
उत्तर-
यूपी के करीब 45 हजार उच्च प्राथमिक और 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में छात्रों को रेडियो के माध्यम से अंग्रेजी सीखाने का कार्यक्रम।

प्रश्न-
योगी सरकार ने देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की है। ये एक्सप्रेस-वे कहां से कहां तक जाएगा?
उत्तर-
लखनऊ से गाजीपुर के बीच 353 किलोमीटर का एक्सप्रेस-वे बनेगा। इसे अगले 3 साल में बनाया जाएगा।

प्रश्न-
योगी सरकार ने 2017-18 के लिए कितने रूपए का बजट पेश किया है?
उत्तर-
3 लाख 84 हजार 659 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया।

प्रश्न-
यूपी बजट में लोक मल्हार और सावन झूला के लिए विशेष आयोजन का प्रावधान है? ये मेले कहां पर आयोजित होंगे?
उत्तर-
लोक मल्हार-- गोरखपुर
सावन झूला-- अयोध्या

प्रश्न-
यूपी में हालही में हुई खोदाई में पुरातत्व विभाग को कहां पर हड़प्पाकालीन पुरावशेष मिले हैं?
उत्तर-
यूपी के सहारनपुर के सकतपुर में हड़प्पा की तरह की बड़ी सभ्यता के अवशेष मिले हैं। खुदाई में यहां पर 4 हजार साल से पुराने बर्तन भी मिले हैं।

प्रश्न-
यूपी के तीन और शहरों को स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया है? वो तीन शहर कौन से हैं?
उत्तर-
झांसी, अलीगढ़ और इलाहाबाद को हाल ही में शामिल किया गया। इससे पहले लखनऊ, वाराणसी, कानपुर और आगरा इस सूची में शामिल हो चुके हैं। इस तरह कुल 7 शहर स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल हो चुके हैं।

प्रश्न-
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं?
उत्तर-
1-प्रत्येक नागरिक को किफायती घर
2-प्रत्येक तरह की आधारभूत सुविधाएं
3-24 घंटे पानी और बिजली की आपूर्ति
4-शिक्षा के लिए पर्याप्त विकल्प
5-सुरक्षा की आधुनिक सुविधा
6-मनोरंजन और खेल-कूद के साधन
7-अच्छे स्कूल और अस्पताल
8-आस-पास के क्षेत्रों में अच्छी और तेज कनेक्टिविटी की सुविधाएं

प्रश्न-
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे कहां से कहां तक बनेगा?
उत्तर-
बलिया से लखनऊ तक। कुल लंबाई-354 किलोमीटर। योजना के तहत अयोध्या को भी पूर्वांचल एक्सप्रेस से जोड़ा जाएगा।

प्रश्न-
सीएम योगी ने 25 मई 2017 को कुशीनगर में किस बीमारी से निपटने के लिए टीककरण अभियान की शुरुआत की?
उत्तर-
इंसेफेलाइटिस (दिमागी बुखार) से निपटने के लिए 38 जिलों में अभियान चलाया गया।

प्रश्न-
यूपी सरकार का 'नो बैग डे' क्या है?
उत्तर-
राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को शनिवार को स्कूल बैग नहीं लाने का फैसला लिया गया है।

प्रश्न-
किन दो शहरों में नगर निगम बनाने का फैसला लिया गया है?
उत्तर-
अयोध्या और मथुरा। अभी तक ये दोनों शहर नगर पालिका के अंतर्गत आते थे। अब फैजाबाद और अयोध्या को मिलाकर एक नगर निगम और मथुरा और वृंदावन को मिलाकर दूसरा नगर निगम बनाया जाएगा।

प्रश्न-
प्रदेश स्थापना दिवस किस दिन मानने का फैसला योगी कैबिननेट ने लिया है?
उत्तर-24 जनवरी को

प्रश्न-
'भाग्यलक्ष्मी योजना' क्या है?
उत्तर-
गरीब परिवार में बेटी के जन्म होते ही उसके नाम से 50 हजार रूपए का बॉन्ड राज्य सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत मां को भी 5100 रूपए की धनराशि प्रदान की जाएगी।

Monday, 28 August 2017

IAS, PCS और SSC के लिए कोचिंग के नोट्स यहां से DOWNLOAD करें

दोस्तों आपकी मदद के लिए हम यहां पर कई मशहूर कोचिंग के नोट्स पीडीएफ (Coaching Notes in PDF) फॉर्म में दे रहे हैं। आपको जिस भी नोट्स की जरूर है आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके उसे डाउनलोड कर सकते हैं। जैसे अगर आपको Vision IAS कोचिंग का नोट्स डाउनलोड करना है तो आप उस लिंक पर सिर्फ क्लिक कीजिए आप सीधे पीडीएफ नोट्स के लिंक पर पहुंच जाएंगे। अापको कोई कंफ्यूजन ना हो इसलिए हमने डाउनलोड लिंक को पीले कलर से हाइलाइट भी कर लिया है। यहां से आपको जो भी नोट्स चाहिए उसे डाउनलोड कर लीजिए।

FOR FREE DOWNLOAD NOTES, CLICK BELOW LINKS...
(फ्री में नोट्स प्राप्त करने के लिए नीचे दिए लिंक्स पर क्लिक करें)

VISION IAS MAINS NOTES PDF FILES

SRIRAM IAS PRELIM AND MAINS NOTES

VISION IAS PRELIM 2018 TEST SERIES

VISION IAS MAINS 2017 TEST SERIES

INSIGHT IAS PRELIM 2018 TEST SERIES

INSIGHTS IAS MAINS 2017 TEST SERIES

दोस्तों आपसे गुजारिश है कि सिर्फ इन नोट्स को डाउनलोड ही ना करें बल्कि पढ़ें भी। और अगर संभव हो तो इन्हें पढ़कर संक्षिप्त में अपने खुद के नोट्स भी बना लें। क्योंकि डिजिटल युग में किसी भी परीक्षा के लिए मैटेरियल की कमी नहीं है लेकिन उस मैटेरियल को यूज कैसे करें ये बहुत कम लोगों को आता है। लिहाजा उम्मीद है कि आप ना सिर्फ नोट्स को डाउनलोड करेंगे बल्कि इसमें से काम की चीज भी निकालेंगे। 

Sunday, 27 August 2017

भूगोल के इन तथ्यों को जरूर तैयार कर लें, परीक्षा में आने की पूरी संभावना है

भारत के भूगोल से हर परीक्षा में सवाल आने तय हैं। अनुभवी लोगों का मानना है कुछ सवाल ऐसे होते हैं जिनके पूछे जाने का प्रतिशत बहुत ज्यादा होता  है। आप किसी भी परीक्षा के प्रश्नपत्रों को देखें। आपको भूगोल से जुड़े ये सवाल जरूर मिल जाएंगे। ऐसे ही कुछ सवालों से जुड़े Facts हम नीचे दे रहे  हैं। इसे तैयार कर लें। इससे जुड़े सवाल आपको परीक्षा में जरूर मिलेंगे।

भारत का भौगोलिक विस्तार

विस्तार- 
6 डिग्री 4 मिनट से 37 डिग्री 6 मिनट उत्तरी अक्षांश तथा 67 डिग्री 7 मिनट से 97 डिग्री 25 मिनट पूर्वी देशांतर

मानक समयः 82-1/2° देशांतर रेखा (82°30' पूर्वी देशांतर रेखा को) पूर्वी देशांतर (इलाहाबाद के नैनी से)

मानक समय रेखा पर स्थित राज्यः 
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडीसा और आंध्र प्रदेश

कर्क रेखा पर स्थित राज्यः (कुल-8)-
गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा एवं मिजोरम

स्थलीय सीमाः- 15200 किलोमीटर

तटीय सीमाः- 6100 किलोमीटर

तटीय सीमा (द्वीपों सहित):- 7516.6 किलोमीटर

भारत की कुल सीमाः- 22716.6 किलोमीटर

पड़ोसी देशों की सीमा का घटता क्रमः- 
बांग्लादेश (सर्वाधिक)> चीन> पाकिस्तान> नेपाल> म्यांमार> भूटान> अफगानिस्तान

देश की चतुर्दिक सीमा अंतिम बिन्दुः-
दक्षिणतम बिन्दु- इंदिरा प्वाइंट
उत्तरतम बिन्दु- इंदिरा कॉल
पश्चिमतम- गोरमोता (गुजरात)
पूर्वोत्तम- किबिथु (अरूणांचल प्रदेश)

प्रमुख चैनल/जलडमरूमध्यः-

ग्रेट चैनल- इंदिरा प्वाइंट- इंडोनेशिया
10 डिग्री चैनल- लघु अण्डमान- कार निकोबार
9 डिग्री चैनलः- मिनिकॉय- लक्षद्वीप
8 डिग्री चैनल:- मालदीप-मिनिकॉय
मरकत द्वीप- अण्डमान निकोबार द्वीप समूह
आदम ब्रिज- तमिलनाडु एवं श्रीलंका के मध्य
रामेश्वरम्- पम्बन द्वीप पर स्थित
पाण्डिचेरी/पुदुचेरीः- पुदुचेरी, कराइकल (तमिलनाडु में स्थित), यनम (आंध्र प्रदेश), माहे (केरल)

भू-आवेष्ठित प्रदेश/राज्य
1-मध्यप्रदेश
2-छत्तीसगढ़
3-हरियाणा
4-झारखंड
5-तेलंगाना

अन्तर्राष्ट्रीय सीमा बनाने वाले कुल राज्य-17
भारत का क्षेत्रफल विश्व के क्षेत्रफल का 2.42% हिस्सा है
क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में स्थान- 7 वां 

भारत का प्राकृतिक विभाग-
1-मैदानी--------------- 43%
2-पठारी क्षेत्र----------- 27.7%
3-पहाड़ी क्षेत्र------------ 18.6%
4-पर्वतीय क्षेत्र---------- 10.7%

भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं-

डूरण्ड रेखा-----------पाकिस्तान व अफगानिस्थान के बीच
मैकमोहन रेखा-------भारत व चीन के बीच
रेडक्लिफ रेखा-------भारत व पाकिस्तान के बीच
शून्य रेखा (Zero Line):- त्रिपुरा व बांग्लादेश के बीच

देश एवं सीमा पर स्थित राज्यः-
1-बांग्लादेश- पं बंगाल, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, असम
2-चीन- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश
3-पाकिस्तान- गुजरात, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर
4-नेपाल- उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड
5-म्यांमार- अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मिजोरम, मणिपुर
6-भूटान- पं बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम
7-अफगानिस्तान- जम्मू एवं कश्मीर (पाक् अधिकृत)

भारत के राज्य क्षेत्रफल के अनुसार (घटते क्रम में)-
राजस्थान> मध्य प्रदेश> महाराष्ट्र> उत्तर प्रदेश

डंकन पास---- दक्षिण अण्डमान एवं लघु अंडमान के मध्य
कोको स्ट्रेट--- यह कोको द्वीप व अण्डमान के मध्य

Thursday, 13 July 2017

पिछले 4 साल के IAS टॉपर्स की कॉपी देखकर जानिए कोई IAS में क्यों सफल होता है?

दोस्तों क्या आप लोगों के मन में भी ये ख्याल आता है कि IAS Topper ऐसा क्या लिखते हैं कि वो परीक्षा में टॉप कर जाते हैं? आखिर उनकी कॉपी में ऐसा क्या होता है कि उन्हें परीक्षा में ज्यादा नंबर मिलते हैं? वो प्रश्नों की शुरुआत और प्रश्नों का अंत कैसे करते हैं? किसी भी मुद्दे पर लिखते समय वो किन बातों का ध्यान रखते हैं। अगर आपके मन में भी ये सभी सवाल कौंधते हैं तो हम आपकी मदद कर सकते हैं।

आपको करना बस इतना है कि आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके 2013 से लेकर 2016 तक के उन सभी टॉपर की कॉपी देख सकते हैं जिन्होंने इतिहास रच दिया है। हमारी सलाह है कि आप पिछले चार साल के इन टॉपरों की कॉपी को ना सिर्फ डाउनलोड कर लें बल्कि हो सकते तो इसका प्रिंट आउट भी निकालकर अपने पास रख लें। और रखे ही ना इसे हफ्ते में एक बार वक्त निकालकर जरूर पढ़ें।

पढ़ने समय इस बात का विश्लेषण जरूर करें कि 2013, 2014, 2015 और 2016 के टॉपरों की कॉपी में क्या समानताएं और क्या अंतर। इससे फायदा ये होगा कि आपको एक बात साफतौर पर पता चल जाएगी कि आपको अपनी क्या चींज़ जरूर से शामिल करनी हैं। साथ ही आपको ये भी अंदाजा लग जाएगा कि जब मेंस में उत्तर लिखना शुरू करें तो सबसे उसमें किन तथ्यों को जरूर शामिल करें। इस तरीके से टॉपरों की कॉपी का विश्लेषण करने से आपको ये भी पता चल जाएगा कि आपको मेंस परीक्षा में लिखते समय क्या नहीं लिखना है? थोड़ा कठिन काम है लेकिन अगर आप ने एक्सरसाइज कर ली तो यकीन मानिए आपकी कॉपी भी किसी टॉपर से कम नहीं होगी।  

पिछले 4 साल के टॉपरों की कॉपी देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें। ये वो कॉपी है जो इन टॉपरों ने Vision IAS की मेंस सीरिज में लिखी थी। 

2016

ANMOL SHER SINGH BEDI RANK-2, 2016

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