Thursday, 14 December 2017

अगर IAS बनना है तो ना करें ये 10 गलतियां?

1-बिना सोचे-विचारे तैयारी शुरु करना
हर छात्र की तैयारी की अपना स्तर और क्षमता होती है। अगर आप सिर्फ दूसरों की नकल करके तैयारी की शुरुआत करेंगे तो आप IAS नहीं बन सकते हैं क्योंकि हर इंसान का आईक्यू अलग-अलग होता है। मतलब अगर आपके परिचित में कोई IAS बन जाता है तो ऐसा नहीं कि आप भी IAS बन जाएंगे। या फिर आपके रिश्तेदारी में आप से कम पढ़नेवाला कोई छात्र IAS की परीक्षा में सेलेक्ट हो गया तो आप भी सेलेक्ट हो जाएंगे। किसी भी छात्र की अंदरूनी क्षमता कोई नहीं आंक सकता है। लिहाजा अगर आपको लगता है कि आप सच में आईएएस की परीक्षा पास कर सकते हैं तभी तैयारी करें। इसके लिए आप पुराने अनसॉल्व पेपर के साथ सेलेबस देंगे और फिर मंथन करें कि आप क्या इस लेवेल की तैयारी कर पाएंगे।

2-तैयारी से पहले रणनीति नहीं बनाना
बिना विचारे जो करें वो पाछे पछताए। ये कहावत तो सुनी होगी आपने। अगर आप भी बिना विचारे तैयारी शुरू करेंगे तो आपको बाद में पछताना पड़ेगा। इसलिए पहले आईएएस परीक्षा का लेवल देख लें फिर अपनी क्षमता देखकर ही तैयारी शुरु करें। नहीं सारे प्रयास खत्म होने के बाद पछताएंगे तो कुछ नहीं मिलेगा। वक्त भी जाएगा और कांफिडेंस भी।

3-प्रमाणिक किताबों को नहीं पढ़ना
गाइड से आईएएस परीक्षा की तैयारी अगर आप करने की सोच रहे हैं तो तैयारी बिल्कुल भी ना करें। क्योंकि आईएएस परीक्षा के सवाल किसी गाइड से नहीं आते हैं और ना ही वो किसी सेट पैटर्न पर आते हैं। इसलिए आपको अपने आप को इतना ग्रुम करना होगा कि आप गाइड के स्तर से ऊपर निकल सकें। इसलिए सिर्फ और सिर्फ प्रामाणिक किताबों का अध्यन करें और ज्यादा किताब पढ़ने से बेहतर है कि आप एक ही किताब को बार-बार-बार पढ़ें। जबतक आपका कांसेप्ट क्लियर नहीं हो जाता।

4-ग्रुप बनाकर नहीं पढ़ना
आईएएस बनने के बाद आपको  टीम वर्क में काम करना होता है। इसलिए इस तैयारी के लिए जरुरी है कि आप टीम बनाकर पढ़ें। इसके कई फायदें हैं। एक तो आपको सही मार्गदर्शन मिलता रहेगा और फालतू के निगेटिव विचारों से बचेंगे। साथ ही ऐसी बहुत से टॉपिक जो आपको समझ में नहीं आ रहे हैं ग्रुप में पढ़ने पर जल्द क्लियर हो जाते हैं। बस ग्रुप बनाते समय इस बात का ध्यान दें कि सभी लोग सीरियस हों। वर्ना ये ग्रुप अय्याशी का अड्डा बन जाएगा।

5-दूसरे के Study Plan को Follow करना
दुनिया में हर इंसान की प्रवृति अलग होती है। कोई नोट्स बनाकर पढ़ता है तो कोई किताब से ही पढ़ लेता है। इसलिए कभी-भी दूसरों का स्टडी प्लान कॉपी नहीं करें। इसमें फायदा कम और नुकसान ज्यादा है। अपना खुद का स्टाइल डेवलप करें।

6-टाईम टेबल बनाकर नहीं पढ़ना
बहुत से छात्रों की शिकायत होती है कि वो पढ़ते तो बहुत हैं लेकिन सलेक्शन नहीं होता है। दरअसल होता ये है कि ऐसे छात्र एक ही विषय पर बहुत ज्यादा वक्त दे देते हैं। इसलिए टाईम टेबल बनाकर पढ़िए। अपनी पढ़ाई को एक निश्चित टाइम फ्रेंम में बांधने की कोशिश कीजिए। इससे फायदा ये होगा कि आपका समय बचेगा और सभी विषयों पर बराबरी से आप वक्त दे पाएंगे।

7-जरुतर से ज्यादा नोट्स जुटाना
तैयारी करने वाले छात्रों की सबसे बुरी आदत होती है व्यर्थ के नोट्स जुटाना। कोई सेलेक्ट हो गया तो उसके नोट्स के चक्कर में पड़ जाते हैं। मौका मिलते ही उसे फोटो कॉपी कराने लगते हैं। दरअसल ऐसे छात्र अपनी पढ़ाई से ज्यादा दूसरों की पढ़ाई पर ध्यान देते हैं। उन्हें लगता है अगर कोई सेलेक्ट हो गया तो उसका नोट्स बहुत अच्छा होगा। ऐसे लोगों को सलाह है कि ऐसा नहीं है कि IAS Topper और IAS में सफल होनेवाले के नोट्स में कोई ज्यादा फर्क होता है। एक ही कोचिंग से पढ़े छात्रों में कोई सफल होता है और कोई सफल नहीं होता है। ऐसे में ये ध्यान रखना चाहिए कि आप जो कुछ भी पढ़ रहे हैं उस पर आपका कांफिडेंस है कि नहीं। विषय आपको क्लियर हो रहे हैं कि नहीं। इसलिए दूसरों के नोट्स उतना ही जुटाएं जितना पढ़ सकें। वैसे अपना नोट्स सबसे अच्छा होता है। अगर आप खुद के नोट्स बनाएंगे तो इससे बेहतर कुछ हो ही नहीं सकता।

8-दो से ज्यादा न्यूज पेपर पढ़ना
मोर स्टडी मोर कंफ्यूजन। ये कहावत तो आपने सुनी होगी। अगर आप दो से ज्यादा न्यूज पेपर पढ़ रहे हैं तो आप अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। कोशिश करें सिर्फ दो न्यूज पेपर पढ़ें। जिसमें से एक हिन्दी और एक अंग्रेजी हो। सिर्फ वही पढ़ें जो परीक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण हो।

9-असफल लोगों से सलाह लेना
असफल लोगों से बात जरुर करें लेकिन उनसे सलाह ना लें। बात करने से फायदा ये होगा कि आप ये जल्द समझ जाएंगे कि कहां पर गलती करने से ये लोग सफल नहीं हुए हैं। लेकिन अगर आप अफसल लोगों से सलाह लेंगे तो आपको बहुत नुकसान होगा। क्योंकि असफल इंसान अपनी गलती कभी नहीं मानता तो सिर्फ दूसरों पर सारी तोहमत मढ़ता रहता है। मतलब कमीशन में बेइमान लोग बैठे हैं। कोचिंग में ठीक से नहीं पढ़ाया गया। वगैरह-वगैरह।

10-खुद पर भरोसा नहीं करना
IAS की तैयारी का पहला मंत्र हैं खुद की तैयारी भरोसा रखना। अगर आप खुद पर यकीन नहीं करते तो आप तैयारी की सोचिए भी नहीं। क्योंकि ये परीक्षा ही नेतृत्व क्षमता की तलाश के लिए ली जाती है। और जो इंसान खुद पर कांफिडेंस नहीं है वो दूसरों का नेतृत्व कभी नहीं कर सकता है।

तो दोस्तों ये थी वो 10 गलतियां जिसे करने पर आप IAS की रेस से बाहर हो सकते हैं। इसलिए आज ही इन गलतियों से बचे। और हां। अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया पर शेयर करें, ताकि जो लोग इस परीक्षा की तैयारी कर रहेे हैं उन तक सही मैसेज पहुंच सके। 

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