भारत में धर्म आधारित जनगणना (Religion Based Census in India)
भारत में पहली बार व्यवस्थित तरीके से धर्म आधारित जनसंख्या की गणना 2001
से शुरु हुई. इसमें धर्म आधारित जनसंख्या, लिंगानुपात, साक्षरता, दशकीय
वृद्धि दर और देश के आर्थिक गतिविधियों में सहभागिता के आधार पर आंकड़ा शामिल
किया गया.
2001 की पहली धर्म आधारित जनगणना के मुताबिक देश में...
हिन्दू------------------80.5%
मुस्लिम---------------13.4%
इसाई------------------2.33%
सिक्ख----------------1.84%
बौद्ध-------------------0.8%
जैन-------------------0.4%
अगर हम दशकीय वृद्धि दर की बात करें तो इसमें 32.2% के साथ बौद्ध पहले
और 29.3% के साथ मुस्लिम दूसरे नंबर पर
हैं. सबसे कम जनसंख्या वृद्धि दर सिक्खों की 16.9% है. हिन्दुओं की
दशकीय जनसंख्या वृद्धिदर 20%
है. जबकि इसाईयों
की 22.1% है.
शीर्ष पांच हिन्दू जनसंख्या वाले राज्य
राज्य जनसंख्या करोड़ में
उत्तर प्रदेश----------------13.39
महाराष्ट्र---------------------7.78
बिहार------------------------6.90
आंध्र प्रदेश------------------6.78
पश्चिम बंगाल--------------5.81
शीर्ष तीन हिन्दू जनसंख्या वाले केंद्रशासित प्रदेश
दिल्ली----------------------------1.13 करोड़
पांडिचेरी--------------------------8.4 करोड़
चंडीगढ़---------------------------7.07 लाख
मुस्लिम जनसंख्या से जुड़े तथ्य:-
2001 की जनगणना के मुताबिक हिन्दू जनसंख्या के बाद भारत में मुस्लिमों की
जनसंख्या सर्वाधिक 13.4 फीसदी है. 2001 में भारत में मुस्लिमों की जनसंख्या 13.81
करोड़ थी. इस समुदाय की सकल साक्षरता और महिला साक्षरता देश में सबसे कम है. मुसलमानों
की सर्वाधिक जनसंख्या उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र और असम में
पाई जाती है. जबकि केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो मुस्लिमों की सबसे ज्यादा
जनसंख्या दिल्ली में है.
अगर हम प्रतिशत में बात करें तो मुस्लिमों की सबसे ज्यादा जनसंख्या
जम्मू-कश्मीर में हैं. यहां कि 67 फीसदी जनसंख्या मुस्लिम है. जबकि लिंगानुपात में
केरल में ये सबसे आगे हैं. यहां 1000 पुरुषों पर मुस्लिम महिलाओं की जनसंख्या 1082
है. साक्षरता के मामले में भी केरल के मुस्लिम सबसे आगे हैं. केरल में शिक्षा का
प्रतिशत 89.4 फीसदी है. मिजोरम में मुस्लिम जनसंख्या सबसे कम 1.1 फीसदी है. हालाकि यहां पर दशकीय
वृद्धि दर देश में सबसे ज्यादा 112.54 फीसदी दर्ज की गई है.
इसाई जनसंख्या से जुड़े तथ्य:-
भारत में इसाई धर्म के माननेवालों की की कुल जनसंख्या 2.40 करोड़ है. ये
कुल जनसंख्या का 2.3 फीसदी है. इसाई को सर्वाधिक जनसंख्या नगालैण्ड में है. यहां
की 90 फीसदी जनसंख्या इसाई है. लिंगानुपात के मामले में गोवा में इसाई अव्वल हैं.
यहां पर एक हजार पुरुषों पर 1107 महिलाएं हैं. साक्षरता की बात करें तो केरल के
इसाई 94.8 फीसदी के साथ सबसे पढ़े लिखे हैं.
सिक्खों की जनसंख्या से जुड़े तथ्य:-
भारत में सिक्खों की कुल जनसंख्या 1.92 करोड़ है. देश की कुल जनसंख्या का
सिक्ख 1.92 फीसदी हैं. देश में सिक्खों की जनसंख्या वृद्धिदर तेजी से कम हो रही
है. इनकी दशकीय वृद्धिदर देश में सबसे कम है. पंजाब में 59.9 फीसदी के साथ सबसे
ज्यादा सिक्ख हैं.
बौद्धों की जनसंख्या से जुड़े तथ्य:-
भारत में बौद्ध धर्म को मानने वालों की जनसंख्या 79 लाख है. कुल जनसंख्या
में इनका योगदान 0.8 फीसदी है. दशकीय जनसंख्या वृद्धि सर्वाधिक इसी समुदाय की है. उत्तरांचल,
त्रिपुरा और असम में बौद्धों की जनसंख्या सबसे ज्यादा तेजी कम हुई है.Wizard Samanya Adhyayan (IAS Prelim Question Analysis)
जैनों की जनसंख्या से जुड़े तथ्य:-
भारत के सभी धर्मावलंबियों में जैन समुदाय के लोगों की जनसंख्या सबसे कम
है. लेकिन साक्षरता और महिला साक्षरता में ये देश में नंबर एक पोजिशन पर है. 1981-191
के तुलना में 1991-2001 में इनकी दशकीय वृद्धिदर सबसे कम 26.0 फीसदी दर्ज की गई
है.
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